नई दिल्ली: अमेरिका ने ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ी। भगदड़ में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सुलमानी के शहर करमैन में यह भगदड़ मची जहां सुलेमानी के जनाजे की जुलूस में 10 लाख से ज्यादा लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
अमेरिका ने इराक के बगदाद में ड्रोन हमला कर लोकप्रिय सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था और आज ही उनके सुपर्द-ए-खाक किया जाना है। कुछ दिन पहले इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी मारे गए थे। इसके बाद से ईरान और अमेरिका में युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है।
रेवोल्यूशनरी गार्ड की विदेशी शाखा के कमांडर के गृह नगर में बहुत बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। कुछ इतनी ही संख्या में तेहरान, कोम, मशहद और अहवाज में भी लोग सड़कों पर मौजूद थे। बड़ी संख्या में लोग आजादी चौक पर जमा हुए हैं जहां राष्ट्रीय झंडे में लिपटे दो ताबूत रखे हुए हैं। कहा जा रहा है कि एक ताबूत सुलेमानी का और दूसरा ताबूत उनके करीबी सहयोगी ब्रिगेडियर जनरल हुसैन पुरजाफरी का है।
शीराज से अपने कमांडर को अंतिम विदा देने के लिए करमान आए लोगों में से एक का कहना है कि हम पवित्र सुरक्षा के महान कमांडर को श्रद्धांजलि देने आए हैं। एक और शख्स ने कहा कि कासिम सुलेमानी से लोग न सिर्फ करमान या ईरान में मोहब्बत करते थे, बल्कि पूरी दुनिया में लोग उनसे मोहब्बत करते थे।
56 वर्षीय पूर्व सैनिक ने कहा कि पूरी दुनिया, मुसलमानों, शियाओं, इराक, ईरान, सीरिया, अफगानिस्तान और खास तौर से ईरान, सभी अपनी सुरक्षा के लिए उनके अहसानमंद हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर शुक्रवार को बगदाद हवाईअड्डे के पास किए गए ड्रोन हमले में सुलेमानी और कुछ अन्य लोग मारे गए। हमले के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है और ईरान ने इसका बदला लेने की कसम खाई है। सुलेमानी को अपराह्न दो बजे से चार बजे के बीच शहीदों के कब्रिस्तान में सुपर्द-ए-खाक किया जाना है। भारतीय समयानुसार यह शाम चार से छह बजे के बीच होगा।